राजस्थान मे सड़क परिवहन

सड़क परिवहन : -

 यह सबसे सस्ता परिवहन है (कम दूरी हेतु )

सड़क परिवहन कम दूरी के लिए सर्वाधिक उपयुक्त है ।

सड़क परिवहन अर्थव्यवस्था की रीड की हड्डी कहलाता है ।

सिंधु घाटी सभ्यता मे सड़को की जानकारी मिलती है।

सिधु घाटी सभ्यता मे ग्रीड पद्धति पर आधारित सड़के मिलती है ।

ग्रीड पद्धति में सड़के एक दूसरे को समकोण पर काटती है ।

राजस्थान में 1949 मे सड़कों की कुल लंबाई 13553 किलोमीटर थी ।उस समय सड़कों का घनत्व मात्र 3.3 किलोमीटर प्रति 100 वर्ग किलोमीटर था ।

31 मार्च 2020 तक राज्य में निर्मित सड़कों की कुल लंबाई 269028 .16 KM हो गई है ।

अब राज्य में सड़कों का घनत्व प्रति 100 वर्ग किलोमीटर पर सड़कों की लंबाई 78. 61 किलोमीटर है ।

राजस्थान में 2011 की जनगणना के अनुसार 43264 गांव में से दिसंबर 2020 तक 37632 दशकों से जुड़ चुके हैं ।









31 मार्च 2020 तक राज्य में सड़कों की स्थिति

सड़कों की कुल लंबाई = 269028 . 76 KM

सड़कों का घनत्व (प्रति 100 वर्ग किमी ) = 78 .61 KM

प्रति लाख जनसंख्या पर सड़कों की लंबाई = 392. 46 KM

राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लंबाई = 10618.09 KM

राष्ट्रीय राजमार्गों की संख्या = 52

सर्वाधिक जिलों से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग = 1. NH 27 - 7 जिले - सिरोही , उदयपुर , चित्तौड़गढ़ , भीलवाडा , बूंदी , कोटा , बाँरा 2 . NH 52 - 7 जिले - चुरु , सीकर , जयपुर , टोंक , बूँदी , कोटा , झालावाड़ I

राजस्थान का सर्वाधिक व्यस्त राष्ट्रीय राजमार्ग = NH 48

वह राष्ट्रीय राजमार्ग जो एक जिले से प्रारंभ होकर उसी जिले में व्याप्त हो जाता है = 1. NH - 311 (झुझनु ) 2 . NH - 911 A (बीकानेर ) 3 . NH - 925 ( बाड़मेर ) 4 . NH - 148 C ( जयपुर ) 5 . NH - 248 ( जयपुर ) 6 . NH - 448 ( अजमेर ) 7 . NH - 156 ( चितौड़गढ़ ) 8 . NH - 968 ( जैसलमेर )

राजस्थान में राष्ट्रीय राजमार्ग 

NH - 11 -               

यह पुराना NH 15 व NH 11 से मिलकर बना है ।
इसकी कुल लम्बाई 847.7 KM है।
यह NH हरियाणा व राजस्थान से गुजरता है ।
राजस्थान मे इसकी लम्बाई 763.61 KM है ।
यह राजस्थान के जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, चूरू ,सीकर, झुंझुनू से गुजरता है ।

NH - 21 -

यह पुराना NH 11 से बना है ।
इसकी कुल लंबाई 465 किलोमीटर है ।
यह राजस्थान व उत्तर प्रदेश दो राज्यों से गुजरता है ।
राजस्थान में इसकी लंबाई 195.16 किलोमीटर है ।
यह राजस्थान के जयपुर , दौसा ,भरतपुर से गुजरता है ।

NH - 23 -

यह पुराना NH 11 A व NH 11 B सें मिलकर बना है ।
इसकी कुल लंबाई 244 .13 KM है ।
यह केवल राजस्थान में से गुजरती है ।
यह राजस्थान के टोंक , दौसा ,सवाई माधोपुर ,करौली ,धौलपुर से होकर गुजरती है ।

NH - 25 -

यह पुराने NH 14 , NH 112 से मिलकर बनी है।
इसकी कुल लंबाई 354 .17 किलोमीटर है ।
यह राजस्थान से गुजरती है ।
यह राजस्थान के बाड़मेर , जोधपुर ,पाली , अजमेर से होकर गुजरती है ।

NH - 25 विस्तार -

 यह 127 किलोमीटर लंबी है ।
राजस्थान के बाड़मेर से होकर गुजरती है ।

NH - 27 (पूर्व पश्चिम कॉरिडोर )

यह पुराने NH 14 व NH 76 से मिलकर बनी है ।
यह गुजरात राजस्थान , मध्य प्रदेश ,बिहार , उत्तर प्रदेश पश्चिम ,बंगाल ,असम से होकर गुजरती है ।
इसकी कुल लंबाई 4112 .62 km है l
यह राजस्थान में 640 किलोमीटर चलती है ।
राजस्थान के सिरोही , उदयपुर ,चित्तौड़गढ़ , भीलवाड़ा , बूंदी , कोटा , बारा से होकर गुजरती है ।

NH - 44 (उत्तर दक्षिण कॉरिडोर )

यह पुरानी राजमार्ग 3 से बना हुआ है ।
इसकी कुल लंबाई 3717.64 किलोमीटर है ।
यह जम्मू कश्मीर ,पंजाब ,हिमाचल प्रदेश , हरियाणा , दिल्ली , उत्तर प्रदेश , राजस्थान , मध्य प्रदेश ,महाराष्ट्र , कर्नाटक, तेलंगाना ,आंध्र प्रदेश से होकर गुजरती है ।
इस की राजस्थान में लंबाई 28 किलोमीटर है ।
यह राजस्थान के धौलपुर जिले से होकर गुजरती है ।

NH - 48 (स्वर्णिम चतुर्भुज)

यह पुराने NH 8 , NH - 79 A , 79 , 76 से बना है ।
इस की टोटल लंबाई 2628 .51 किलोमीटर है ।
यह दिल्ली ,हरियाणा ,राजस्थान , गुजरात , महाराष्ट्र ,कर्नाटक , तमिलनाडु से होकर गुजरती है ।
 राजस्थान में इसकी लंबाई 709. 91 है ।
यह राजस्थान के अजमेर , जयपुर ,अलवर ,भीलवाड़ा , चित्तौड़गढ़ ,उदयपुर ,डूंगरपुर से होकर गुजरती है ।

NH - 52 -

यह पुराने राजमार्ग संख्या 11 , 12 ,65 से मिलकर बना है ।
इस की टोटल लंबाई 2070.57 किलोमीटर है ।
यह हरियाणा , कर्नाटक , मध्य प्रदेश , पंजाब व राजस्थान से होकर गुजरता है ।
इस की राजस्थान में लंबाई 793.55 किलोमीटर है ।
राजस्थान के चूरू , सीकर ,जयपुर ,टोंक ,भीलवाड़ा ,बूंदी , कोटा , झालावाड़ से होकर गुजरती है ।

NH - 54 -

इस की टोटल लंबाई 546 किलोमीटर है ।
यह राजस्थान ,हरियाणा व पंजाब से होकर गुजरती है ।
इस की राजस्थान में लंबाई 75 किलोमीटर है ।
यह राजस्थान के हनुमानगढ़ से होकर गुजरती है ।

NH - 56 -

यह पुराने राजमार्ग संख्या 79 ,113 से मिलकर बनी है ।
इसकी टोटल लंबाई716.2 किलोमीटर है ।
यह गुजरात , राजस्थान व मध्यप्रदेश से होकर गुजरती है ।
इस की राजस्थान में लंबाई 245 . 96 किलोमीटर है ।
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ , प्रतापगढ़ और बांसवाड़ा से होकर गुजरती है ।

NH - 58 -

यह पुराने राजमार्ग संख्या 65 , 89 , 8 से मिलकर बना है ।
इसकी कुल लंबाई 678 किलोमीटर है ।
यह गुजरात व राजस्थान से होकर गुजरता है ।
इसकी राजस्थान में 538 . 47 किलोमीटर है ।
राजस्थान के चूरू , नागौर , अजमेर , राजसमंद व उदयपुर से होकर गुजरती है ।

NH - 58 (विस्तार

यह पुराने राजमार्ग संख्या 114 से बना है ।
यह राजस्थान व गुजरात से होकर गुजरता है ।
किस की राजस्थान में लंबाई 108 किलोमीटर है ।
उदयपुर से होकर गुजरती है ।

NH-62 -

यह पुराने राजमार्ग संख्या 14 , 15 ,89 से मिलकर बना है ।
इसकी कुल लंबाई 741 .50 किलोमीटर है l
राजस्थान में पंजाब से होकर गुजरता है ।
इस की राजस्थान में लंबाई 726.58 किलोमीटर है ।
राजस्थान के गंगानगर , बीकानेर , नागौर , जोधपुर , पाली व सिरोही से होकर गुजरता है ।

NH - 68 -

इसकी कुल लंबाई 689 .88 किलोमीटर है
राजस्थान में गुजरात से होकर गुजरती है ।
यह राजस्थान में 422 .27 किलोमीटर है।
राजस्थान के जैसलमेर , बाड़मेर ,जालौर से होकर गुजरती है ।

NH - 70 -

इसकी कुल लंबाई 273 . 87 किलोमीटर है ।
यह केवल राजस्थान में ही है ।
राजस्थान के जैसलमेर , बाड़मेर से होकर गुजरती है।

NH - 123

यह पुरानी राजमार्ग संख्या 3 A से बना है।
राजस्थान व उत्तर प्रदेश दोनों में चलता है ।
इसकी कुल लंबाई 74 . 15 किलोमीटर है l
राजस्थान में इसकी लंबाई 63 किलोमीटर है ।
राजस्थान के धौलपुर व भरतपुर मे है ।

NH - 125 - 

यह पुराने राजमार्ग संख्या 114 बना है ।
इसकी कुल लंबाई 170.33 है ।
यह सिर्फ राजस्थान में से गुजरती है ।
राजस्थान के जोधपुर व जैसलमेर मे है ।

NH - 148 -

यह पुरानी राजमार्ग संख्या 11 A , 11 विस्तार से मिलकर बना है ।
इसकी कुल लंबाई 96.5 4 किलोमीटर है ।
यह सिर्फ राजस्थान में ही है ।
जयपुर व दौसा जिले में है ।

NH - 148 B -

इसकी कुल लंबाई 427 किलोमीटर है ।

राजस्थान , हरियाणा व पंजाब से होकर गुजरती है ।
राजस्थान में इसकी लंबाई 5 किलोमीटर है ।
राजस्थान जयपुर जिले में है।

NH - 148 C -

इस की कुल लंबाई 46.40 किलोमीटर है ।
राजस्थान राज्य में गुजरता है ।
जयपुर (रिंग रोड) से होकर गुजरता है ।

NH - 148 D

यह पुराना राजमार्ग संख्या 116 A से बना है ।
इसकी कुल लंबाई 273.25 किलोमीटर है ।
यह राजस्थान राज्य से गुजरता है ।
राजसमंद ,भीलवाड़ा , बूंदी ,टोंक जिले गुजरता है ।

NH -148 N

इसकी कुल लंबाई 880 किलोमीटर है ।
यह हरियाणा , राजस्थान ,मध्यप्रदेश , गुजरात से होकर गुजरता है ।
इसकी राजस्थान में 373.63 किलोमीटर है ।
राजस्थान के झालावाड़ ,कोटा , बूंदी ,टोंक , सवाई माधोपुर , दौसा ,अलवर , भरतपुर से गुजरता है ।

NH - 156

यह पुराना राजमार्ग संख्या 79 से बना है ।
इसकी कुल लंबाई 12.08 किलोमीटर है ।
राजस्थान राज्य में गुजरता है ।
चित्तौड़गढ़ जिले से गुजरता है।

NH - 158 -

इसकी कुल लंबाई 141 किलोमीटर है ।
यह राजस्थान राज्य के राजसमंद ,पाली ,अजमेर , भीलवाड़ा जिलों से गुजरता है ।

NH - 162 -

यह पुराने राजमार्ग संख्या 14 से मिलकर बना है ।
इसकी कुल लंबाई 131.98 किलोमीटर है ।
राजस्थान राज्य में ही गुजरता है ।
राजस्थान के पाली व सिरोही जिले से होकर गुजरता है ।

NH - 162 विस्तार

यह पुराने राजमार्ग संख्या 192 A से बना है ।
इसकी कुल लंबाई 233.10 किलोमीटर है ।
यह केवल राजस्थान राज्य में ही गुजरता है ।
राजस्थान के पाली , राजसमंद व उदयपुर जिला से गुजरता है। 

NH - 162 A

इसकी कुल लंबाई 50 . 50 किलोमीटर है ।
यह केवल राजस्थान राज्य में उदयपुर , राजसमंद जिले से गुजरता है ।

NH 168

इसकी कुल लंबाई 144 किलोमीटर है ।
यह गुजरात व राजस्थान राज्य में गुजरता है ।
राजस्थान में इसकी लंबाई 72 किलोमीटर है ।
राजस्थान के सिरोही जिले से होकर गुजरता है ।

NH 168 ए

उसकी कुल लंबाई 76 किलोमीटर है ।
राजस्थान में गुजरात राज्य मे गुजरता है ।
राजस्थान में इसकी लंबाई 11.80 किलोमीटर है ।
राजस्थान के जालोर जिले से होकर गुजरती है ।

NH -248 -

यह पुराने राजमार्ग संख्या 11 C से बना है ।
इसकी लम्बाई 53. 50 km है ।
यह राजस्थान राज्य मे गुजरती है।
राजस्थान के जयपुर जिले से होकर गुजरता है ।

NH - 248 A

इसकी कुल लंबाई 213 किलोमीटर है ।
यह राजस्थान व हरियाणा राज्य में गुजरता है ।
इसकी राजस्थान में लंबाई 127.35 किलोमीटर है ।
 यह राजस्थान के जयपुर में अलवर जिले में है l

NH -311

इसकी कुल लंबाई 46 किलोमीटर है ।
 राजस्थान राज्य में गुजरता है ।
 यह राजस्थान के झुंझुनू जिले में गुजरता है ।

NH - 325

यह 157 किलोमीटर राजस्थान में चलता है ।
राजस्थान के बाड़मेर जालोर व पाली जिले मे गुजरता है ।

NH - 448 -

यह पुरानी राजमार्ग संख्या 8 , 79 से मिलकर बना है ।
इसकी लंबाई 50 किलोमीटर है I
यह राजस्थान के अजमेर जिले मे  गुजरता है ।

NH - 458 -

यह पुराने राजमार्ग संख्या 65 A से बना है I 
इसकी कुल लंबाई 238. 76किलोमीटर है ।
यह राजस्थान राज्य के नागौर ,अजमेर , पाली ,व राजसमंद जिलो से गुजरता है ।

NH - 552

यह पुराना राजमार्ग संख्या 116 से बना है ।
इसकी लंबाई 70.30 किलोमीटर है ।
राजस्थान राज्य में गुजरता है ।
राजस्थान के टोंक वसवाई माधोपुर जिला से गुजरता है ।

NH - 552 विस्तार

इसकी कुल लंबाई 479.50 किलोमीटर है ।
राजस्थान का मध्य प्रदेश राज्य में गुजरता है ।
राजस्थान में 42.25 किलोमीटर गुजरता है ।
राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में गुजरता है ।

NH - 552 G

ऋषि कुल लंबाई 222 किलोमीटर है ।
राजस्थान व मध्यप्रदेश राज्य मे गुजरता है ।
राजस्थान में यह 29.80 किलोमीटर गुजरता है ।
राजस्थान के झालावाड़ जिले से गुजरता है ।

NH - 709 विस्तर

 इसकी कुल लंबाई 60.30 किलोमीटर है ।

यह राजस्थान राज्य के झुंझुनू व चुरू जिले से गुजरता है ।

NH - 752

यह पुरानी राजमार्ग संख्या 90 से बना है। 
इसकी कुल लंबाई 93.50 किलोमीटर है l
राजस्थान राज्य के झालावाड़ व बारा जिले से होकर गुजरता है l

NH - 754 K

इसकी कुल लंबाई 1015 किलोमीटर है ।
यह गुजरात ,राजस्थान व पंजाब राज्य में गुजरता है ।
राजस्थान में इसकी लंबाई 633.20 किलोमीटर है ।
यह राजस्थान के हनुमानगढ़ ,गंगानगर ,बीकानेर , जोधपुर , बाड़मेर व जालौर मे गुजरता है ।

NH - 758

यह पुरानी राजमार्ग संख्या क्षेत्र 76 B से बना है ।
इसकी कुल लंबाई 156 किलोमीटर है ।
यह केवल राजस्थान राज्य में गुजरता है ।
राजस्थान में यह राजसमंद, भीलवाड़ा व कोटा जिला में गुजरता है ।

NH - 911

इसकी कुल लंबाई 455.5 किलोमीटर है ।
यह केवल रहा था नाजिम गुजरता है ।
राजस्थान के जोधपुर व बीकानेर जिले में गुजरता है ।

NH -911 A

इसकी कुल लम्बाई 30 . 81 किलोमीटर है ।
यह केवल राजस्थान के बीकानेर जिले में गुजरता है ।

NH - 919

यह पुरानी राजमार्ग संख्या 71 Bसे बना है ।
इसकी कुल लंबाई 72.90 किलोमीटर है ।
हरियाणा व राजस्थान में गुजरता है ।
राजस्थान में इसकी लंबाई 5 किलोमीटर अलवर जिले में है ।

NH - 921

इसकी कुल लंबाई 49 किलोमीटर राजस्थान मे है।
राजस्थानी अलवर , दोसा जिला में है ।

NH - 925

इसकी कुल लंबाई 136 किलोमीटर है ।
यह राजस्थान में गुजरता है ।
राजस्थान के बाड़मेर जिले मे गुजरता है।

NH - 925 A

इसकी कुल लंबाई 61.52 किलोमीटर है ।
यह केवल राजस्थान राज्य में बाड़मेर ,जालौर जिले में गुजरता है

NH - 927 A

इसकी लंबाई 350 किलोमीटर है ।
राजस्थान व मध्य प्रदेश में गुजरता है ।
राजस्थान में इसकी लंबाई 313 किलोमीटर है ।
राजस्थान के सिरोही , उदयपुर ,डूंगरपुर , बांसवाड़ा जिले में गुजरता है ।

NH - 954

इसकी लंबाई 63 .70 किलोमीटर है ।
राजस्थान के हनुमानगढ़ व श्रीगंगानगर जिला में गुजरता है ।

NH - 968

इसकी लंबाई 68 किलोमीटर है ।
यह राजस्थान के जैसलमेर जिले में गुजरती है l

राजस्थान में सड़क परिवहन विकास के प्रयास

वॉल टू वॉल विकास पथ योजना :-

ग्राम पंचायतों को सुदृढ़ बनाने हेतु बजट 2019-20 में राज्य की सभी ग्राम पंचायतों पर वॉल टू वॉल विकास पथ का निर्माण प्रारंभ किया गया ।

केंद्रीय सड़क आधारभूत निधि : -

वर्ष 2000 -01 से भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा केंद्रीय सड़क निधि का प्रारंभ किया गया था । वर्ष 2019 से इस निधि का नाम केंद्रीय सड़क आधारभूत निधि कर दिया गया ।

भारत माला प्रोजेक्ट : -

भारत सरकार द्वारा सीमावर्ती क्षेत्रों ,पर्यटन महत्व के स्थानों व धार्मिक स्थानों के विकास के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों से जोड़ने के लिए भारतमाला परियोजना की शुरुआत की गई ।
इस परियोजना के माध्यम से राजस्थान में 1039 किलोमीटर लंबाई की सड़कें बनाई जा रही है ।
इसके अतिरिक्त इस प्रोजेक्ट के तहत निम्न दो एक्सप्रेस वे राजस्थान से गुजरेंगे -

           1 .अमृतसर - जामनगर एक्सप्रेस वे : -

             अमृतसर से जामनगर के बीच 1100 किलोमीटर के एक्सप्रेस वे का करीब 637 किलोमीटर हिस्सा राजस्थान में संगरिया - सांचौर से होकर गुजरेगा ।

           2 .दिल्ली - बड़ोदरा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे : -

             दिल्ली से बड़ोदरा एक्सप्रेस वे का करीब 373 किलोमीटर का हिस्सा राज्य से गुजरेगा ।

प्रदेश की सबसे लंबी सड़क सुरंग : -

बूंदी जिले में कोटा - बूंदी राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्मित प्रदेश की सर्वाधिक लंबी सड़क सुरंग का शुभारंभ 15 अक्टूबर 2015 को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कोटा में किया था ।
 इस सुरंग की लंबाई 1.076किमी है ।

6 -लेन वाली जयपुर रिंग रोड के कुल 47 किमी में से 27 किमी का उद्घाटन : -

8 मार्च 2019 को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए 27 किमी की जयपुर रिंग रोड का लोकार्पण किया ।
अब अजमेर रोड से टोंक रोड के बीच 27 किमी रिंग रोड को जनता के लिए खोल दिया गया है ।
इस योजना में एनएच 11 (गडरा रोड ) ,एनएच 8 ( अजमेर रोड ) ,एनएच 12 (टोंक रोड )एवं एनएच-12 (मालपुरा रोड )को जोड़ा जा रहा है ।

कोटा में चंबल नदी पर पुल : -

राजस्थान में कोटा में चंबल नदी पर लैंड के केबल आधारित पुल का उद्घाटन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 19 अगस्त 2017 को किया ।
 इस पुल पूर्व पश्चिम कोरिडोर भी पूरा हो गया है ।

प्रदेश भर में खुलेंगे सड़क सुरक्षा केंद्र : -

राजस्थान राज्य के प्रत्येक प्रादेशिक परिवहन कार्यालय स्तर पर सड़क सुरक्षा केंद्र खोले जाएंगे ।
अजमेर में पहले सड़क सुरक्षा केंद्र का उद्घाटन 9 अप्रैल 2018 को किया गया ।

मॉडल सड़क : -

बहरोड़ से डीग तक की रोड प्रदेश की पहली मॉडल सड़क होगी ।

गेंता - माखीदा ब्रिज का लोकार्पण : -

कोटा - दोसा मेगा स्टेट हाईवे पर लाखेरी उपखंड के माखीदा और कोटा जिले के इटावा को जोड़ने के लिए चंबल नदी पर बने ब्रिज का लोकार्पण 2 अक्टूबर 2018 को किया गया ।

मुकुंदरा नेशनल पार्क में एलिवेटेड रोड : -

वन्यजीवों के संरक्षण हेतु राजस्थान स्थित मुकुंदरा नेशनल पार्क में राज्य के 6- लेन के सबसे बड़े एलिवेटेड रोड का निर्माण होगा ।
अतर्रा स्टेशन से कमलापुरा तक 9.9 किलोमीटर लंबा होगा ।

महिला गौरव एक्सप्रेस बस (निर्भया बस )सेवा : - 

देश की पहली पैनिक बटन युक्त बस सेवा को 25 मई 2016 से निर्भया फंड की मदद से महिला सुरक्षा के लिए सर्वप्रथम राजस्थान रोडवेज ने प्रारंभ किया ।
यह देश की पहली पैनिक बटन युक्त बस सेवा है इससे महिला गौरव एक्सप्रेस बस सेवा भी कहा जाता है ।

ग्रामीण गौरव पथ योजना : -

वर्ष 2014-15 में प्रारंभ इस योजना के तहत आगामी 3 वर्षों में प्रत्येक पंचायत मुख्यालय पर 0.5 से 2 किमी की एक सड़क ग्रामीण गौरव पथ के रूप में विकसित किया जा रहा है ।

शहरी गौरव पथ योजना : -

सरकार ने शहरी क्षेत्रों को शहरी गौरव पथ निर्माण हेतु 181 निकायों में कार्य स्वीकृत किए है जिसके तहत निकाय क्षेत्र की प्रमुख सड़क जो 1 - 2 किलोमीटर लंबी हो को डामर की सड़क बनाकर गौरव पथ के रूप में विकसित किया जा रहा है ।

राजस्थान सड़क क्षेत्र आधुनिकीकरण परियोजना : -

वर्ष 2013-14 में विश्व बैंक से घोषित या नवीन परियोजना प्रारंभ की गई जिसके अंतर्गत 2001 की जनगणना के अनुसार सामान्य क्षेत्र में 250 से 499 आबादी के सभी राजस्व गांवों को सड़क नेटवर्क के गुणात्मक विकास के साथ सड़कों से जोड़ा जाना है ।

महात्मा गांधी सड़क योजना : -

वर्ष 2012-13 में राज्य के सामान्य क्षेत्रों में 250 से 499 तक आबादी वाले शेष बचे 2900 गांव को पक्की सड़कों से जोड़ने के लिए नाबार्ड व विश्व बैंक की सहायता से महात्मा गांधी सड़क योजना प्रारंभ की गई ।

राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना : -

इस योजना के अंतर्गत स्वर्णिम चतुर्भुज,पूर्व - पश्चिम कोरिडोर ,उत्तर दक्षिण कॉरिडोर पर चार / छः लेन सड़क का कार्य भारत सरकार के भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा करवाया जा रहा है ।
यह योजना 1999 - 2000 से संचालित है तथा इसका वित्त पोषण केंद्रीय सड़क निधि ,विश्व बैंक ,एशियाई विकास बैंक जेबी आईसीसी ( जापान )द्वारा किया जा रहा है ।


मुख्यमंत्री सड़क योजना :-

यह योजना 7 अक्टूबर 2005 को शुरू की गई है इस योजना में प्रमुख धार्मिक व पर्यटन स्थलों को जोड़ने हेतु सड़कों का निर्माण किया जा रहा है ।

मिसिंग लिंक परियोजना :-

राज्य में सड़कों के मध्य छुपे हुए कई हिस्सों को पूर्ण करने की नवीन योजना वर्ष 2007-8 में प्रारंभ की गई ।

सड़क सुरक्षा नीति :-

राज्य की सड़क सुरक्षा नीति 21 मार्च 2017 को जारी की गई है I
इस नीति के तहत वर्ष 2015 को आधार मानते हुए सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में वर्ष 2020 तक 50% कमी लाने का लक्ष्य रखा गया है ।

राजस्थान स्टेट हाईवे अथॉरिटी : -

राजस्थान स्टेट हाईवे अथॉरिटी का गठन दिनांक 2 जून 2015 को किया गया ।

राज्य सड़क नीति 2013 : -

राज्य में सितंबर 2013 में द्वितीय राज्य सड़क विकास नीति घोषित की गई है l
राज्य सरकार द्वारा 1994 में प्रथम सड़क नीति घोषित की गई थी राजस्थान सड़क नीति घोषित करने वाला देश का प्रथम राज्य है ।

प्रधानमंत्री भारत जोड़ो सड़क परियोजना : -

14 जनवरी 2004 को प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेई ने पुणे में इस योजना का शुभारंभ किया इसके तहत राष्ट्रीय राजमार्गों को 4 लेन वाला बनाकर उन राज्यों की राजधानियों से जोड़ दिया जाएगा I

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना : -

25 दिसंबर 2000 को प्रारंभ इस योजना के अंतर्गत राज्य में ग्रामीण क्षेत्रों के अंतर्गत सड़कों का विकास व निर्माण किया जा रहा है ।
इस योजना में वर्ष 2001 की जनगणना अनुसार सामान्य आबादी क्षेत्रों में 500 से अधिक आबादी के गांव को तथा मरू एवं जनजातीय क्षेत्रों मैं 250 तक की आबादी के गांव को सभी मौसम में चलने वाली सड़कों से जोड़ा जा रहा है ।
प्रेस 2015-16 से इस योजना के अंतर्गत 60% राशि केंद्रीय सरकार द्वारा वह 40 % राशि राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी ।
10 जुलाई 2019 को इस योजना का तीसरा चरण प्रारंभ करने की मंजूरी दी गई है इस योजना में विश्व बैंक से ऋण प्राप्त होगा ।

चेतक परियोजना :-

यह राज्य के सीमावर्ती इलाकों बीकानेर ,जोधपुर ,जैसलमेर ,बाड़मेर व गंगानगर आदि में सामरिक महत्व की सीमावर्ती सड़कें बनाने की सीमा सड़क संगठन परियोजना है l
इसकी स्थापना 1962 में की गई थी इस योजना का मुख्यालय बीसवाल बीकानेर स्थित है ।
यह परियोजना राजस्थान ,पंजाब व गुजरात राज्य को मिलाकर लगभग 46 किलोमीटर लंबाई की सामरिक महत्व की सड़कों की देखरेख का कार्य कर रही है ।

राजस्थान सड़क विकास निधि : -

सड़क विकास हेतु अतिरिक्त संसाधन जुटाने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा राजस्थान सड़क विकास निधि अधिनियम 2004 के अधीन स्थापित निधि ।

सेतुभारतम् : -

यातायात का सुरक्षित एवं सुचारू प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय द्वारा सेतु भारतम् कार्यक्रम के अंतर्गत लेवल क्रॉसिंग के स्थान पर रोड ओवर ब्रिज और रोड अंडर ब्रिज का निर्माण की यह योजना 4 मार्च 2016 को प्रारंभ की गई इसके तहत राजस्थान राज्य में 9 रेलवे लेवल क्रॉसिंग बनेंगे ।

राजस्थान राज्य राजमार्ग विकास परियोजना : -

राज्य में राज्य राजमार्गों को पीपीपी एन्यूटी के आधार पर विकसित करने हेतु इस परियोजना का निर्माण किया गया है योजना के प्रथम चरण में एडीबी से तथा द्वितीय चरण में विश्व बैंक से तथा तृतीय शरण में जापान की संस्था जेआईसीए से वित्तीय सहायता प्राप्त होगी ।

मेगा हाईवे परियोजना : -

राज्य सरकार ने राज्य में आर्थिक एवं औद्योगिक विकास हेतु आधारभूत सुविधाएं विकसित करने हेतु यह वृद्ध सड़क परियोजना प्रारंभ की है ।
मेगा हाईवे परियोजना के क्रियान्वयन हेतु राज्य सरकार एवं  मैसर्स  के मध्य 50 :50 भागीदारी से एक संयुक्त उपक्रम रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट ऑफ राजस्थान लिमिटेड की स्थापना अक्टूबर 2000 में की गई है ।
इसके अंतर्गत प्रथम चरण में 1053 किलोमीटर की लंबाई के 5 मार्ग तथा द्वितीय चरण में 6 सड़क मार्ग व तृतीय चरण में 2 सड़क मार्गों का निर्माण निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत पूर्ण कर लिया गया है ।
रिडकोर द्वारा स्वयं की संपूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी रिडकोर इन्फ्रा प्राइवेट लिमिटेड के अंतर्गत यह विकास कार्य करवाया गया है ।

राष्ट्रीय राजमार्ग अंतर संपर्क सुधार परियोजना : -

राष्ट्रीय राजमार्ग अंतर संपर्क सुधार परियोजना के प्रथम चरण में विश्व बैंक की सहायता से बिहार ,कर्नाटक ,उड़ीसा ,राजस्थान और पश्चिम बंगाल राज्य में विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गों पर सुधार कार्य किए जा रहे हैं ।
 इसमें 500 मिलियन डॉलर विश्व बैंक से प्राप्त होंगे परियोजना को मार्च 2024 तक पूरा कर लिया जाने का लक्ष्य है ।

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