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राजस्थान पर्यटन

  राजस्थान में पर्यटन :- पर्यटन ,भारत सहित अनेक देशों में आर्थिक विकास का एक प्रमुख साधन और विदेशी मुद्रा आएगा एक महत्वपूर्ण स्रोत है । राजस्थान को पर्यटन के क्षेत्र में न केवल देश में अपितु विश्व पर्यटन मानचित्र पर प्रमुखता से जाना जाता है । पर्यटन द्वारा जहां पारंपरिक सोहार्द्र तथा राष्ट्रीय एकता का विकास होता है ,वही बहुमूल्य विदेशी मुद्रा का अर्थ तथा रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होती है । पर्यटन उद्योग के रूप में तेजी से विकसित होने वाला क्षेत्र है । यह देश का दूसरा सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा अर्जित करने वाला उद्योग बन चुका है । पर्यटन के इसी महत्व के कारण केंद्र व राज्य सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु समय-समय पर नई नई योजनाएं प्रारंभ करती है । राजस्थान में पर्यटक आगमन वर्ष 2018 वर्ष 2020 में राज्य में कुल 155 .64 लाख पर्यटक भ्रमण पर आये ,जिनमें 4.46 लाख विदेशी पर्यटक एवं 151.17 लाख स्वदेशी पर्यटक थे । राज्य में वर्ष 2020 में आए हुए कुल पर्यटकों की संख्या वर्ष 2019 के कुल पर्यटकों 538 .26 लाख से 71.09% कम रही है। भारत में वर्ष 2020 मे मात्र 2.68 मिलीयन विदेशी पर्यटक आए जो वर्ष ...

राजस्थान में वायु परिवहन

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  राजस्थान में वायु परिवहन : -  भारतीय संविधान में विमानपत्तन संघ सूची का विषय बनाया गया है । अतः राज्य में वायु मार्ग व आवश्यक सुविधाओं के विकास विस्तार का दायित्व पूर्णता केंद्रीय सरकार के नियंत्रण में है । नागरिक उड़न गतिविधियों के संचालन हेतु राज्य में नागरिक उड्डयन विभाग के नियंत्रण आधीन निदेशालय नागरिक विमानन स्थापित है ।  जिसका संगठन दिनांक 1 अप्रैल 2012 को किया गया । राज्य में हवाई सेवाओं का विस्तार :- राजस्थान राज्य में कुल 32 एयरपोर्ट/हवाई पटिया है ।  इंट्रास्टेट हवाई सेवा :- राज्य में मैसर्स सुप्रीम ट्रांसपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन प्रा.लि . द्वारा 4 सितंबर 2016 को 9 सीट वाली विमान से राज्य में स्ट्रा स्टेट सेवाएं प्रारंभ की गई है। इस योजना के तहत जोधपुर में उदयपुर को 4 सितंबर 2016 से जयपुर से जोड़ा गया है । जयपुर से बीकानेर को 2017 के प्रारंभ में हवाई सेवा से जोड़ा गया । जयपुर से कोटा हेतु सीधी हवाई सेवा 18 अगस्त 2017 से प्रारंभ कर दी गई है । जयपुर से श्रीगंगानगर को 10 जुलाई 2018 को हवाई सेवा से जोड़ा गया है । स्ट्रा स्टेट हवाई सेवा अहमदाबाद -जोधपुर -जैसलमेर व उद...

राजस्थान मे रेल परिवहन

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  राजस्थान मे रेल परिवहन राजस्थान में प्रथम रेल की शुरुआत जयपुर रियासत में आगरा फोर्ट से बांदीकुई के बीच अप्रैल 1874  में हुई । 11 अगस्त 1879 को अजमेर में लोको कारखाना स्थापित किया गया जिसमें 1895 मे पहला लोको इंजन बनकर तैयार हुआ ।  रेल मार्गों की कुल लंबाई : - राजस्थान में मार्च 2019 तक रेल मार्गों की कुल लंबाई 5937 किलोमीटर थी । इसमें से 4969 . 68 किमी ब्रॉडगेज , 880.56 किमी मीटरगेज एवं नैरोगेज थी । राज्य में मार्च 2019 में प्रति हजार वर्ग किलोमीटर में रेल मार्गों की औसतन लंबाई 17.348 किलोमीटर थी । राज्य में मार्च 2019 में देश के कुल रेल मार्गों की लंबाई 67415 किलोमीटर का 8.81 %  रेल मार्ग थे । देश में रेल मार्ग की लंबाई की दृष्टि से राजस्थान का उत्तर प्रदेश के बाद दूसरा स्थान है । महाराष्ट्र तृतीय एवं गुजरात चतुर्थ स्थान पर है । राजस्थान में रेल मार्ग व उनके प्रबंधन के लिए जॉन उत्तर पश्चिम रेलवे जोन कार्यरत है तथा इसका मुख्यालय जयपुर में स्थापित किया गया है ।  इस रेलवे जोन के अधीन निम्न चार मंडल स्थापित किए गए हैं - ( 1 ) जयपुर , ( 2) अजमेर , ( 3 ) बीकानेर , ...

राजस्थान मे सड़क परिवहन

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सड़क परिवहन : -  यह सबसे सस्ता परिवहन है (कम दूरी हेतु ) सड़क परिवहन कम दूरी के लिए सर्वाधिक उपयुक्त है । सड़क परिवहन अर्थव्यवस्था की रीड की हड्डी कहलाता है । सिंधु घाटी सभ्यता मे सड़को की जानकारी मिलती है। सिधु घाटी सभ्यता मे ग्रीड पद्धति पर आधारित सड़के मिलती है । ग्रीड पद्धति में सड़के एक दूसरे को समकोण पर काटती है । राजस्थान में 1949 मे सड़कों की कुल लंबाई 13553 किलोमीटर थी ।उस समय सड़कों का घनत्व मात्र 3.3 किलोमीटर प्रति 100 वर्ग किलोमीटर था । 31 मार्च 2020 तक राज्य में निर्मित सड़कों की कुल लंबाई 269028 .16 KM हो गई है । अब राज्य में सड़कों का घनत्व प्रति 100 वर्ग किलोमीटर पर सड़कों की लंबाई 78. 61 किलोमीटर है । राजस्थान में 2011 की जनगणना के अनुसार 43264 गांव में से दिसंबर 2020 तक 37632 दशकों से जुड़ चुके हैं । 31 मार्च 2020 तक राज्य में सड़कों की स्थिति सड़कों की कुल लंबाई = 269028 . 76 KM सड़कों का घनत्व (प्रति 100 वर्ग किमी ) = 78 .61 KM प्रति लाख जनसंख्या पर सड़कों की लंबाई = 392. 46 KM राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लंबाई = 10618.09 KM राष्ट्रीय राजमार्गों की संख्या = 52 स...